हिंदी निरुक्त | Hindi Nirukt Ac 6224
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
40 MB
कुल पष्ठ :
1338
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)१४ अ १ चाऽ ? $ २।
(२ खचमर्गं निपात )
उपसग - निपाताः” यह उपसम ओर निपातं दोनोंका
समास निर्देश है, इनका पथक् पक समासमं संयोजन
इस श्रयोजन से किया गया हे किये दोनों नाम ओर
आख्यातके अथ विशेषके योतन ( प्रकाशन ) रूप समान
काय्य को करते हैं |
शक शकके पूर्वापरका निणय ।
( १ नाम )
पहड़िदे निश्चित चुका है कि चारोंम दो नाम और
साख्यात प्रधान हैं, इसच्ट्यि ये दो सबमें पहिले कहे गये,
किन्तु इनमें भी नाम पदके प्रथम प्रयोगका कारण
अल्पस्वरता ৯ | जिस शब्द में स्वर कम होते हैं, तह पद
इन्द्रसमासमें पू रहता है। यह ब्याफरण का नियम है ।
(५ आख्यान )
आख्यात' पद धनाम! पंदके अनन्तर इस कारण किया
गया कि वह नामके कारक रूप अर्थ मं रहने बारी
फकियाकों कहता है ।
( ३ उपलग )
आकयातका खहयोंगी होने से उपसग का पाठ आखल्यायके
अलन्तर फिया गया है ।
(४ लिधात )
परिशेषसे निपातका पाठ या प्रयोग सबसे पीछे हुआ । इन
युक्तियोंके बल पर यास्क मुनिने इन सबको |
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