समकालीन भारतीय दर्शन में शंकाराचार्य के मायावाद के खंडन की आलोचनात्मक परीक्षा | A Critical Examination Of Refutation Of Shankaracharyas Doctrine Of Maya In Contemporary Indian Philosophy
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
29 MB
कुल पष्ठ :
263
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)कहना छ उपाधि ढो पिभ बवती (क्ती ठै, दिके मही है । वास्त
में, उपाधि व्यक्रीकरण (४-००७४०८००-) ধী শিদাদিক त्व ह । जिन जिन
4 पवक उपाधि समना बाहिए । इसी काइण' ऊपर शमने
उपापधि की सपया' था अविधा की सघनात्मिका विधि या व्यवस्था कह थे |
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