कोयला | Koyala

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Koyala  by फूलदेव सहाय वर्मा - Phooldev Sahaya Varma

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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कोयला और कोयले की उपयोगिता र एनिलीन, पिरिडीन आदि हं । इन पदार्थो से फिर हजारो अन्य पदार्थ बनाये गये हं । इन पदार्थो में अनेकं ओषधिर्यां, कई विस्फोटक, सैकड़ों करत्रिम रंग, अनेकं सुगन्धित द्रव्य और कई कृमिनाशक और जीवाणुनाशक पदार्थ हें। नीरू सा सस्ता रंग, ऐस्पिरिन-सी औषध, सेकेरिन-सी मीठी वस्तु, मंजीठ-सा सुन्दर रंग, सब इन्हीं पदार्थों से बनते हुं




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