हंसी - खेल | Hansi - Khel
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
20 MB
कुल पष्ठ :
77
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about पण्डित सुदर्शनाचार्य - Pandit Sudarshanacharya
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)चोरी की सजा / 9१ ) हँसी-खल
हतन में हनुमता घर आया ।
भूत समझ इनको भग्र खाया ॥
लगा साचन फिर वह मन में ।
नहीं भ्रत यों फिरत दिन में ॥
नग््ते पर जब गट निगाह।
मंद म उमक निकलती आह '
सारा भद् ममभः म आया,
मार तमाच इन्हे भगाया॥
कटा, ग्बीर मे कमा मजा।
खूब मिली चारा कर सजा॥
User Reviews
No Reviews | Add Yours...