संत कवि आचार्य श्री जयमल व्यक्तित्व और कृतित्व | Sant Kavi Acharya Shri Jaymal Vaykitatvy Aur Krtitatvy
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
205
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( १६ )
रस ७४, वीर रस ७५ रोद्र रस ७६, करुण रस ७६,
हास्य रस ७७।
प्रकीर्णक रचनाएँ ७८-८१, कला विधान ८१, भाषा ८२,
शब्द प्रयोग ८३, पारिभापिक शब्दावली ८५, मुहावरे
एवं लोकोक्तियाँ ८5६, अलकार ६०, शैलीविधान ६७,
छन्द विधान १००।
चतुथं अध्याय
গু
४--दार्शनिक विचारधारा १०५ ११५
आत्मा १०६, परमात्मा १०६, जगत १०७, साधना
१०६, पुनर्जन्म एवं कमंवाद ११२, मुक्ति ११४।
पचम अध्याय
छ
५--सॉस्कृतिक अध्ययन ११६
पारिवारिक जीवन चित्रण परिवार का गठन एवं
विभिन्न सम्बन्ध १२०, शिष्टाचार १२१, सस्कार-
गर्भाधान एवं जन्मोत्सव १२१, नामकरण १२२, विवाह
१२३, दहेज १२३, मृत्यु १२४, सामाजिक जीवन
चित्रण-मनो विनोद के साधन १२५, सामाजिक व्यवस्था
१२५, पर्बोत्सव १२५, त्योहार १२५, विश्वास एव
मान्यताएं १२६, विविध व्यवसायी १२६, सामान्य
जीवन चित्रण-आवास १२७, खान-पान १२७, श्य गार
के साधन १२८, राजनीतिक जीवन चिवण १२८)
परिक्िष्ट--१ १३१
(क) अस्बड सन्यासी की ढाल १३२३-१४०,
(ख) मृगा लोढा की ढाल १४१-१६१ ।
परिशिष्द--२ १६३-१६४
सहायक ग्रन्थो की सूची १६३-१६४ |
शुद्धिपत्र १६५
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