छायावाद का छान्दोनुशीलन | Chhayavad Ka Chhandonusheelan
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
11 MB
कुल पष्ठ :
400
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about गौरीशंकर मिश्र 'द्विजेन्द्र'- Gaurishankar Mishra 'Dwijendra'
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)छायावाद का छदोऽनुशीलन १३
श्रीधर पाठक, महावीरप्रसाद द्विवेदी, अयोध्या सिंह उपाध्याय,
লালা भगवानदीन,” राय देवीप्रसाद पूर्ण, कन्दैयालाल নীলা,
रामचरित उपाध्याय,” गिरिधर शर्मा, झरूपनारायण নাউন,ই
रामचंद्र शुक्ल,” लोचनप्रसाद पांडेय,११ लक्ष्मीधर वाजपेयी, *
गोपालशरण सिंह, * वियोगी हरि,!” गोविंद दास,?* मैथिलीशरण ६
आदि के नाम लिए जा सकते हैं। हरिओध ने तो प्रियप्रवास' की आद््येपांत
रचना संस्कृत वर्णवृत्तों में कर हिन्दी साहित्य में भारी उधल-पुथल मचा दी ।
प्रियप्रवास केवल भाव के क्षेत्र में ही नही, छंद के क्षेत्र में भी अपने युग का
एक क्रांतिकारी काव्य रहा । प्रियप्रवास से पूर्व हिन्दी साहित्य में ऐसा एक
भी प्रवंघ काव्य नही, जो आद्योपांत संस्कृत छन्दो मे रचित हो भौर अंत्या-
नप्रास से सवथा मुक्त हो 1 आगे चलकर अनूप शर्मा ने सिद्धा कौ स्वना
कर प्रियप्रवास की कड़ी -को आगे बढ़ाया 1
खड़ी बोली उर्दू-पद्य में पहले बहुत कुछ मेज चुकी थी। भारतेन्दु-युग
के कुछ कवियों ने (भारतेन्दु, प्रतापनारायण) उर्दू-रचनाएँ तो कीं ही, जब
« कविता-कौमुदी--गोपिका-गीत से, पृ० ११६ ।
. वही, विचार करने योग्य बातें, कत्त व्य पंचदशी से ।
. प्रियप्रवास (संपूर्ण) पारिजात ।
. दीनग्रंयावली, प्रथम भाग, पु० २३३-२४८, २५८, २६४ आदि।
. कविता-कौमुदी : मृत्युंजय ! कविता-कलाप : रसा शुक-संबाद ।
. बही, --कोकिल, वंवई का समुद्रतट, मेघदूत का अनुवाद 1
. बही, --विधि विडंबना, पूवं स्मृति, अंगद सौर रावण 1
वही, --पुस्तक प्रेस 1
वही, --दलित कुसुम ।
. वही, --शिशिर पथिक, उपदेश 1
. वही, ~ काल कौतुक, ग्राम गौरव 1
१२. वही, --सज्जनों का स्वसाव ।
१२. वही, --हृदय की वेदना, विरही 1
१४. वही, --शिखरिणी 1
१५. वही, --वर्षा, उषा का विवाह 1
१६. पत्रावली आदि 1
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