मौक्तिक मॉल | Mauktik Maal
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
114
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)५
भूरे पथिक; पियाके घरकी गौर पूछते हो £
मनोडृत्तियोके घने कंटकाकीर्णं जङ्गख्मै परक पैक कर
पाँच रखते हुए अपनेको प्रलोभनोंके नर-रक्त-छोलुप हिंसक
पशुओंसे बचाना;
प्रेमकी डोंगीपर बैठ सात समंदर पार मरकत द्वीपमें
पहुँचना जहाँ अनिंद सुन्दरी रानी मायावती राज्य करती है ।
तुम उस फरफन्दीके कपठ-जारूमें न फँँसना, नहीं तो वह
छलिया तुम्हें अपनी बरुखाई जुल्फोंमें मैणकी मकक््खी बनाकर
कालन्तरतकर कैद कर देगी;
शीछूकी ढारू पहन, सूरमा, सत्यके खड़से उसके जादूके
किछेको ढाहकर दूर, और दूर, चरे जाना;
मार्गमें अविधाकी घोर तिमिराष्छादित दुर्गम घाटी पंड़ेगी
जिसमें विषय-विपधरोंका वास है, किन्तु हृदयमें अभय धारण
कर ब्लानका दीपक जछा उसे पार करना; फिर,
दारुण बिरद वेदनाका अंगार-बिछा ऊबड़-खाबड गगन-
चुम्बी पदाड़ विशासके बरूपर छौधना |
पाँच
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