वनस्पति | Vanspati

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Vanspati by राम दुलार शुक्ल - Ram Dular Shukl

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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৪2 6 प्री ‰ कनरति : कार्बनिक पदार्थों क्री अनृ्ठी प्रयोगशाला हमारी राग” निक प्रयोगशालाओं में जहां कार्बनिक रसायनों का संश्लेषण किया जाता है तीव्र अम्ल, क्षार, विशेष द्रव या अभिकर्मकं (९९08) प्रयुक्त होते है । कभी-कभी इन छूना या सूंघना भी हमारे लिए घातक हो सकता है। ऐसे भी पदार्थ प्रयोग किए जाते हैं जिन्हें हवा में तनिक भी खुला नहीं छोड़ा जा सकता या जो अत्यंत क्रियाशील तथा अस्थिर होते हैं। हमें उन रासायनिक क्रियाओं का आश्रय लेना पड़ता है जो अत्यधिक या अत्यंत निम्न ताप पर ही संपन्‍न हो सकती हैं। हमें उच्च दाब या कम दाब पर कार्य करना पड़ सकता है और एक पदार्थ विशेष के निर्माण में अनेक॑ जटिल अभिक्रियाओं तथा उपकरणों का उपयोग आवश्यक हो सकता है। | पौँ की प्रयोगशाला मेँ जहां अनेकानेक भिन्त-भिनन प्रकार के पदार्थो का निर्माण होता है, पेचीदी रासायनिक क्रियाएं होती अवश्य हैं, परंतु यह - 0 अल्यंत साधारण दशाओं में होती हैं अर्थात उदासीन 911 के आस-पास। तीव्र अम्ल. तथा ' क्षारों की आवश्यकता कहीं नहीं होती। यह साधारण तापक्रम तथा वायुमंडलीय दबाव की अवस्था में घटित होती हैं। 1 আবী माध्यम से होती हैं। (3 एंजाइम की उपस्थिति में होती हैं जहां यह उन विशेष क्रियाओं के लिए उद्नेरक का कार्य करते है। 0) तीव्र गति से होती हैं। 0 उच्च दक्षता में होती हैं। 1 पूर्णं खप पे त्रिविम-विशिष्ट (99909000) हेती है अर्थात, जहां एक से अधिक त्रिविम समावयवी (9960180198) के बनने की संभावना होती टै, केवल एक ही समावयव बनता दै। यह सभी एंजाइम प्रेरित रासायनिक अभिक्रियाओं की विशेषताएं है!




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