आधुनिक पत्रकार कला | Adhunik Patrkarkala
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
8 MB
कुल पष्ठ :
254
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)प्रस्तावना ই
शामिल हो गये । इधर विशेष विषयोंकी पत्रिकाओंका प्रकाशन অন गया
है | सरकारी, सार्वजनिक संस्थाओंका और बड़ी व्यापारिक कम्पनियोका
जन-सम्पर्कका काम भी बढ है।इस प्रकार पत्रकलाका क्षेत्र अब
यति व्याप्रक हो गया है तथा तेजीसे और बढ़ता जा रहा है !
भारतवर्पमे सी पत्रकला वा पत्रकारीके क्षेत्रमें तेजीसे उन्नति होती जा'
रही है। इस देशकी राजभाषा हिन्दी घोषित हुई है, इसलिए. हिन्दी पत्न-
कारौका भविष्य अति उज्ज्वल है| पर हिन्दीमें आज ऐसी कोई पुस्तक
नहीं है जो पत्रकारीके सब अर्सो-प्रत्यंगोसे पत्रकारकों परिचित करा दे ।
यहाँ शैल्पिक उन्नति इतनी नहीं हुईं है कि किसी अखबारके दपतरसें:
जाकर पत्रकार ये सब बातें जान सके या सीख सके । इस दृष्टिसे भारतीय
पन्चकारी आधुनिक पाश्चास्य पत्रकारीसे सौ साठ्से भौ अधिक पिछड़ी:
इस पुर्वे थोड़ेमं यह दिखानेका प्रथत्त किया गया है कि पतन्न-
कारीके हरणुक वर्तमान क्षेत्रम कया हो रहा है तथा बढ़नेवाले क्षेत्र किस
ओर इंशित कर रहे हैं । इसमें हरएक क्षेत्रका कैवल प्रारम्भिक परिचय
मिलेगा | पत्रकार बननेके इच्छुक युवक्रोंको मार्ग दिखानेका तथा
साधारण पाठकको पत्रकारकलाके जगतकी झॉकी दिखानेका प्रयत्न मर
इसमें है। हृश्णक क्षेत्रका विस्तृत विवेचन करना इसका लध्य नदीं,
बयोकि सामान्य आकार-प्रकारके एक मंथर्मे ऐसा करना अस्स्मव है।
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