हमीरगढ़ | Hameeragarh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
11 MB
कुल पष्ठ :
144
श्रेणी :
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No Information available about राम सरूप अणखी - Ram Saroop Anakhi
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)आत्मा ह। हम खुशामट फरग ता ये »्यामा का छाटग क्या नह। त्म अम्बाला चलत /।
तुम भा हमारे साथ चना। म जनपट हू, नुम्ह ता नद पता त चार भधर ना বল হ।
फिर नम्बरदार हा गाय फ मुखिया ।
अच्छा तरा बात मान ला। पर आज नहा ता ्फ्ग।
प्या जान क्या हा गया? बुढलाडा चनगे । दत बज याला गाठ स। वटिडि हान
हए सांव अम्बाला ।
आज हम मानसा ताना ह । तहसीलदार् स एक काम ह । म ता तयाग पठा द्।
तुम पाच मिनट आर न आते ता म घर स निकल गया था।
तो फिर कब चलाग?
परसा चलेग पर्का। म आज रात का भा नही लाटूगा। मुञ्च लगता ह मानसा
स आगे जाना पडेगा । कल लाटूगा । तब परसा चलग।
तब ठीक ह। आर किसी स हा न कर लना। हम यह काम करना ह। ससुर यू
ही घर से निकल गया। भजने की आयाज म भारापन था।
वह घर लोटा तो चाचा भतीज म उ्लेश हा रहा था। गुरमंन कह रहा था आज
स्कूल मत जा खेत पर चल। मक्की की मढ मेरं साथ निकलया चन के। एक दिन म॑
नही कुछ हो जाएगा |
राम कह रहा था पहले भी तुम मुझे खेत पर ले जाते रहे । मेरी गरहाजरिया लग
रही है । हाजरी कम हो गइ तो हेडमास्टर इम्तहान क समय मेरी फीस नहा भेजगं।
कोड बात नही एक दिन मे कोई फक नही पडता ।
पडता ज्यो नही है । इसी तरह एक एक दिन करके तुम मरा साल मरया आगे ।
गुरमेल गुस्से म आ गया। उसन राम को चाटा मार दिया । कडकती भयान म॑
बोला साला बडा पढइया हे! काम कोन करेगा तरा बाप?
जाओ मे नही जाऊगा। वह भी तैश म आ गया।
अरे तुम क्यो लड रहे हो? मै निकलवा दूगा जसे-तेसे। अभी इस काबिल ता हू
मे। इसे स्कूल जाने दे मेलू! भजना कलप उठा था।
तुम केसे साथ दे दोगो। पट पकडकर तो बठ रहत हा। काम करने स ता आर
परेशान हो जाआगे। काम से ज्यादा तो पेसे तुम्हारे इलाज म लग जाएगे। पहले हा लग
रहे ह। तुम चुपचाप बठे रहो। आज तो राम हा जाएगा। फिर चाह कभी न जाए।
गुरमेल अडा वेठा था।
ज_छा जा चला जारे काइ बात नही। आज चला जा। एक दिन मतर स्कूल
का कुछ नही हो जाएगा । जलकोर ने राम का पुचरफारत हुए ऊहा ।
गम न किताब कापिया वाला वस्ता घुमाकर सट्क पर द मारा! वाला अच्छा
तो चलो अभी। जैसे यह उसी समय खेत पर जान को तयार हा ।
जरं अभी कहा जाएगा? चाय सेदो राटियाता छा ले। जलफार बाली।
हमीरगदढ 15
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