मगलमंत्र णमोकार एक अनुचिन्तन | Mangal Mantra Namokar Ek Anuchintan

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Mangal Mantra Namokar Ek Anuchintan by डॉ हीरालाल जैन - Dr. Hiralal Jain

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अनुक्रम महामन्त्रका चमत्कार ३ मन्त्र शब्दका व्युत्पत्त्यथे भ्‌ महामन्त्रसे मातृकाओकी उत्पत्ति ६ सारस्वत, माया, पृथ्वी आदि बीजोकी उत्पत्ति ८ अ -ओ मातृकाओका स्वरूप ९ ओ - रे मातृकाओका स्वरूप १० अ-प मातृकाओका स्वरूप ११ फ~ष 9 9१ १ २ অল ১7 58 १३ आभार-प्रदर्शन १३ द्वितीय संस्करणकी प्रस्तावना १५ विकार ओर तज्जन्य अशान्ति २५ मगलवाक्योकी आवश्यकता २८ अशान्तिको दूर करनेका अमोध साधन २९ आत्मके भेद मौर मगल्वाक्य ३१ णमोकार मन््रका अथं ३७ णमो भरिहताणका भर्थ ३७ मोहका शनत्रुत्व-शका-सम।धान ३८ णमो सिद्धाराकी व्याख्या ४३ णमो भाइरियाणकी व्याख्या ४५ णमो उवज्छायाणकी व्याख्या ४६ णमो लोए सव्वश्राहु्णंकी व्याख्या ৬৫ पचपरमेष्ठीका देवत्व ५० णमोकार मन््रके पाठान्तर ५२ णसोकार मन्तका पदक्रम ५५ णमोकार समन्त्रका अनादि- सादित्व विभ ६४ णमोकार मन्त्रका माहात्म्य ५८ णमोकार मन्त्रके जाप करनेकी विधि ७१ कमल जाप-विधि ७२ हस्तागुलिजाप-विधि ७३ मालाजाप ७४ दवादशायरूप-णमोकर मन्त्र ७४ मनोविज्ञान और णमोकार मन्त्र ७८ मन्त्रशास्त्र और णमोकार मन्च ८५ वीजाक्षरोका विश्लेषण ८६ मल्प्रोके प्रधान नौ मेद ८८ बीजोका स्वरूप ८९ मन्त्रसिद्धिके लिए आवश्यक्र पीठ ९० पोडश अक्षरादि मन्त्र ९९ णसोकएर मन्प्रसे उत्पश्च विभिन्न मन्त्र ओर उक! प्रभाव ९३-९७




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