कंप्यूटर इतिहास और कार्य - विधि | Computer Itihas Aur Karya vidhi
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1.05 MB
कुल पष्ठ :
94
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about गोपीनाथ श्रीवास्तव - Gopinath Shrivastav
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)न्लगा देने से हज़ार व्यक्त कर सके 4 सिस्रवासियों द्वारा प्रयुक्त कंकड़ी के स्थान पर ग्रीस निवासी मोम जमे तख्ते पर गणना-कार्य करते थे । गणना के बाद वे मोम को फिर बराबर कर देते थे । जब भूमध्य सागर के चारों ओर रोमन साम्राज्य का विस्तार हो गया तो ग्रीक अंक के स्थान पर रोमन अँक इस्तेमाल किए जाने लगे । आज हम भध्यायों के प्रारम्भ में या घड़ियों में जो रोमन अंक देखते हैं वे रोमन वर्णमाला से ही विकसित हुए हैं । उनकी अंक प्रणाली में एक दो तीन चार की नकल हाथ की पहली चार अंगुलियों से की गयी । चार पहुले ॥॥ इस तरहू लिखा जाता था वाद में गए की तरहू लिखा जाने लगा । पाँच जो ४ की तरह लिखा जाता था वस्तुत हाथ का प्रतिनिधित्व करता था । दो हाथ था दो ४ दस के लिए इस्तेमाल होते थे । यह रोमन के रूप में लिखा गया । इसमें एक ए दूसरे ४ के ऊपर रखा गया है। रोमन में-1 00 के लिए ८000 और हज़ार के लिए 1116 शब्द प्रचलित थे । इसलिए 100 को ए और 1000 को व के रूप में लिखा गया । अनुमान है कि 500 के लिए जो लिखा जाता है वह 14 के आाधे दायें अंग से लिया गया है । मंक 50 के आद्य गणना-विधि / उड
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