रसोद्धरतन्त्रनो | Rasoddhar Tantram

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Book Image : रसोद्धरतन्त्रनो  - Rasoddhar Tantram

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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न्सचेाडियां खिको चांदी पकृष्ण भडलका गढ़ न्फूला भखिका डेया 'सातीया बिन्द व्ञामरवा नाकपुर शांगणणों “आंख डा कणा सूस्वी नजर को नथर निवल कप्रलार इष्टि 'स्मॉखको सूजन रतौघापन नकताघ्य “सुखावती चति न्जागाजुनी ब्ति 'जयनामृर्ताजन पुष्पीजन गुटिकाजन पावर पाटडी “फुछाका सापान्य उपचार, -समुदफेनादि बतिँ जापुर इर ठेप चक्षुरक्ष॑ंजन सद्दा मुक्तांजन कच्ण अस्त फॉजल रश्नमोरा सुक्तांजन “चब्बिदु तेल अयना गत ठाइ -नागाजुंची शलाका ज्झात्तगी बनी दर नेत्राय दर मिश्रण से३ पल[श सूलाको भद्दिफेनादि डेप वाधादिं फट इरोद्रादि योग रूपुर पुष्पयांजन छिद्धांजन भुजिग वसांजन सर्पाशन माहिकांजन चति' कलदां जन भक दुर प्रयेग श्रकोण प्रयेग १ से ८ डे ३३५ डी नासा राग नाकके राश ३३६ पीनद्र-प्रतिदयाय बिं गादि नदय पीनप्त दर नस्य चित्रघटा वटौ च्चि£[क इरीतकी फलिपादि नस्य पींनस दर मिश्रण पोनस दर घूप भरिचादि घरों रत्नपप टी नास्ाराग हरी घटों कर्ण राग फानके कल्याण वेल कान परूना कानका मता कानमे बहदार॒फी चोज कानमें नाद द्द्‌ दू इंच ३३९ ३४० मै जेब नजर




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