मेदिनी कोश | Medni Kosa
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
240
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)प्रथमः । ] शब्द गः ! ११
स्यात् पुत्रिका पुत्तलिकाडुहित्रोयांघतूलके ॥ १२४ ॥
ना पुओे शरमभे छत शेलवृक्षप्रभेद्याः ।
पूर्णकः स्वर्णयूडे स्याज्नासाच्छिन्यां तु पूणिका ॥ १२५ ॥
पृदाकुर्व ख्विके व्याप्रे सपचित्रकयाः पुमान् ।
पृथुकः पंसि चिपिटे शिशों स्यादभिधेयवत् ॥ १२६ ॥
पचका गजलाडझूगुलमु लापान्ते च फोशिके ।
(१)पटक पुस्तकादाना मञच्जूपाया कदम्बक ॥ १२७ ॥
वट्मीका गागभेद च नाकौ च पुन्नपुंसकम् ।
न्घृक दन्चुजीव स्याह चन्ध्रुकः पीतशालके ॥ १२८ ॥
वन्धकः स्यादिनिमये पश्चस्यां स्याश्च वन्धकी ।
बहुकः ककट चाक दात्यह जलखातक॥ १२६ ॥
वराकः शड़रें पलि शाचनोयेद्रभिधयवत् ।
बालकस्तु शिशाचज्ञे वालधो हयहिस्तनाः ॥ १३० ॥
अड्गलीयकट्ठटीबरवलथ पसि वालिका ।
खायां चादयुकापत्रकाहलाक्णमृषण ॥ २३६ ॥
वारक्ाऽन्वगत। पसि वारयवन् स्यान्निषेधे ।
वाल्लुका सिकतासु स्याद् वालुकं त्यलवःद्टके(२) ॥ १३२ ॥
भमेक रोगभेदे स्थाठिडकुकलघोतये,
श्रामका जम्बु रू घूत मृयांवत्तादिममदयाः ॥ ९३३ ॥
भालाडु। करपत्र स्थाउल्ाकभ्दे च गहिते।
महालक्षणसम्पन्नपुरुषे कच्छुप हरे ॥ १३७ ॥
भूमिका रचनायां स्याद्वेशान्तग्परिय्रह ।
भूतीकमपि भूनिम्ब दप्यकपृरक्र तृणे ॥ ३२५ ॥
मधुका मधुपण्यां स्या(२)न्मघुक्र क्रोतके खमे ।
चल्यन्तर ना महाको रागकोरप्रभेदयाः ॥ 5३६ ॥
( १) भेटकः-ङ. । ( > ) बाटुकास्सेलवादुके-ख, ।
(3 ) स्री-ख. ।
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