केवलानंद छन्दावली | Shri Kevalanand Chhandavali
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
174
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)কুনু কু
श्राकवलरानन्द छन्दावली ५ |
कार» का कउस्समभ ললল करना जर
नमो अरिष्ताण पसा बोखके फाउसखम्ग पा-
रना; फिर
ले।ग्गस्सका पाठ कहना.
( अचष्ट्प इतम्, )
छाग्गस्स उस्नयगरे, धस्म तिथ्थयरेजिणे ॥
आरिहते कितडसं, चउर्बासिपि केवरी ॥
८ आया वृतम्, )
उस्भ--मजिये च वंदे, सभव मभि
नदण च सुमइ च ॥ पठमष्पट्ं सुपासं, जिण
५/च चदप्पहं वंदे ॥ २ ॥ सुविहे च॒ पुप्फदेतं
* शिअल सिज्ञच, वासुपुजच ॥ विमरू-मणंत्ं
प च जिण, धम्मं सति च वदामि ॥ २॥ कृधु
अरं च मर्ष्ट, वदे मुनि सुव्वयं नमिजिण च
6 ॥ वदामि रिठनेमि, पाक्तंतह् बद्धमाण च ॥
‰ 8 ॥ एव्मएु अभिथ्युया, एवहुय रयमरा, प-
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