मौक्तिक | Mauiktik
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
501 KB
कुल पष्ठ :
86
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)हैं कोटि कोटि
तेरी सतान
“তুল! भीम
घोर वीर वलवान
गाधी'- गौतम
भमेहरू! के अरमान
पांट कर भेदभाव की खाई
हटा रहे ऊच नीच वी
दीवार ।
आज भो पोरुष,
नही भुक पाया है
जागता है हर खेत पर किसान
और सीमा पर
वफसे दवौ
धाटियो में
हर घडी चोकस खडा है
'ग्रव्दुल हमीद', 'कीलर--
হালাল सिंह! बन कर
निभय--अझ्डिग
तेरा हर जवान
और मेरे देश
मेरे जीवन, मेरी मुस्कान
तु मेरा सब कुछ
সং মিলান?
के
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