शासन समुद्र भाग - 6 | Shasan-samudra Part - 6
श्रेणी : धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
15 MB
कुल पष्ठ :
498
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)शासन-समुद्र भागय-६ ५
गण वर्णेन गीतिका मे स्वगेवास तिथि वैशाख कृष्णा १ है :--
उगणीसं तेरे पूजे चष, विद एकम वैसाखे।
कायं सारयो जन्मस् धारयो, भलो भलो जन भाखं ॥
(पूज० गृु० ब० ভা০ $বা০ ও),
आर्यादर्शन कृति मे सं० १६९१३ में दिवगत साधु-साध्वियो में भी उनका नाम
হি.
बे गाणी पुंजलाल रे, अठारसये इक्यासिये ।
चरण उज्जेण विज्ञाल रे, ए बिहु' (शिवजी ७८) परभव पांगरचा ॥
(आर्यादर्शेन ढ़ा० ५ सो० ४)
७. जयाचाये ने मुनि श्री के गुण वर्णन की एक ढ़ाल बनाकर उनकी विशेष-
ताओं का उल्लेख किया :--
सुगणा साधजी, वारु सत थयो पजो ।
नगीनां संत जी, पूंजो गु्णां तणो कूजो ॥ इत्यादिक ***** ॥॥
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