सरल फोटोग्राफी शिक्षा | Saral Photography Shiksha
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
10 MB
कुल पष्ठ :
570
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सरल फोटोआफी शिक्षा ९
पर पहुँचेगा तो उप्तका प्रतिबिम्ब तीकणतम अर्थात् सबसे स्पष्ट
জী साफ हो जायगा | प, फ, व, ग में कम या अधिक घुँघला
रहेगा साफ नहीं रहेगा | जब वह मनुष्य क से भी गौर् अधिक
निकट आता जायगा उसका अतिबिम्ब फिर घुँधढा ((छरि0००७०)
होना शुरू: होगा और उसका आकार और भी बड़ा होता जायगा;
ख, घ, व, छ में वह अस्पष्ट रहेगा, तीक्ष्ण नदी रदे गौर
उस मनुष्य के एक नियत विन्दु छ के पार हो जाने के बाद कोई
पर
चित्र नं० ६ के
पफवयकख च वक
পাশা সিস্ট পা সতী ॥
१ 4 ४ ५ ६
र
प्रतिबिम्ब पर व्रिपय की दूरी का प्रभाव । क-केमरा | তল |
्र-परिविम्ब । १-महुत परषला, भाकार बहुत छोटा । र-वषस,
आकार छोटा । ३-सबसे तीक्ष्म, बढ़ा । ४-रधषला, भविक वड़ा]
2-बहुत घुंबला, बहुत बड़ा । ६-अतिविम्ब नहीं वनता ।
प्रतिविम्ध द्वी नहीं मिलेगा। पिनहोर केमेरे में ऐसा नहीं
होता । जब विषय 'क' में रहता है तो उसका अतिविम्ब
तीक्ष्णतम द्योता है-यहाँ वह सबसे साफ़ और स्पष्ट हो
जाता है और घुँधठपन एकदम दूर हो जाता हैं। इस
अवस्पा में यह कहा जाता है कि प्रतिबिम्ब फोकपत में है
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