सरल फोटोग्राफी शिक्षा | Saral Photography Shiksha

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Saral Photography Shiksha  by नवीन सागर - Navin Sagar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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सरल फोटोआफी शिक्षा ९ पर पहुँचेगा तो उप्तका प्रतिबिम्ब तीकणतम अर्थात्‌ सबसे स्पष्ट জী साफ हो जायगा | प, फ, व, ग में कम या अधिक घुँघला रहेगा साफ नहीं रहेगा | जब वह मनुष्य क से भी गौर्‌ अधिक निकट आता जायगा उसका अतिबिम्ब फिर घुँधढा ((छरि0००७०) होना शुरू: होगा और उसका आकार और भी बड़ा होता जायगा; ख, घ, व, छ में वह अस्पष्ट रहेगा, तीक्ष्ण नदी रदे गौर उस मनुष्य के एक नियत विन्दु छ के पार हो जाने के बाद कोई पर चित्र नं० ६ के पफवयकख च वक পাশা সিস্ট পা সতী ॥ १ 4 ४ ५ ६ र प्रतिबिम्ब पर व्रिपय की दूरी का प्रभाव । क-केमरा | তল | ्र-परिविम्ब । १-महुत परषला, भाकार बहुत छोटा । र-वषस, आकार छोटा । ३-सबसे तीक्ष्म, बढ़ा । ४-रधषला, भविक वड़ा] 2-बहुत घुंबला, बहुत बड़ा । ६-अतिविम्ब नहीं वनता । प्रतिविम्ध द्वी नहीं मिलेगा। पिनहोर केमेरे में ऐसा नहीं होता । जब विषय 'क' में रहता है तो उसका अतिविम्ब तीक्ष्णतम द्योता है-यहाँ वह सबसे साफ़ और स्पष्ट हो जाता है और घुँधठपन एकदम दूर हो जाता हैं। इस अवस्पा में यह कहा जाता है कि प्रतिबिम्ब फोकपत में है




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