सातवाँ वर्ष | Satvaa Varsh
श्रेणी : राजनीति / Politics
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
11 MB
कुल पष्ठ :
216
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सातवाँ वर्ष
सम्बन्धित विषयों पर विचार और सिफारिश करती तथा प्रशिक्षण और अनु-
सन्धानं श्रादि की सुविधाश्रों को प्रोत्साहन देती ह ।
स्वास्थ्य मन्त्री का विवेकानुदान
ग्रनुसन्धान कार्यो भं संलग्न तथा चिकित्सा सम्बन्धौ सहायता को व्यवस्था
करने धाली संस्थाश्रों की सहायता के लिये प्रति वषं ३ लाख रुपयों कौ व्यवस्था
की जाती है । चाल् वषे मे कोठ के श्रनुसन्धान कायं, तपेदिक की चिकित्सा,
ग्रन्धं की सहायता, बालकल्यार, प्राइवेट चिकित्सा-संस्थाश्रों के लिये श्रस्पताल
के उपकररगों तथा दवाश्रों कौ खरोद, प्राइवेट चिकित्सा संस्थाग्नों तथा कल्यार-
केन्रों के लिये भवन निर्माण तथा चलते-फिरते . दवाखानों की व्यवस्था श्रादि'
कार्यो के लिए सहायता दी गई ।
श्वास्थ्य मन्त्री का कल्याएा-कोष
इस कोष मे से चिकित्सा तथा स्वास्थ्य संस्थाग्रों कौ स्थापना, वतमान
चिकित्सा तथा स्वास्थ्य-संस्थाग्रो को सहायता देनं तथा समाज-कल्यार के
कार्यो को प्रोत्साहन देने में व्यय किया जाता है ।
सरकारी नौकरों के लिए स्वास्थ्य-सेवा
सरकारी नौकरों के लिए श्रनुदायी स्वास्थ्य सेवा की एक योजना बनाई
गयी है जिससे केन्द्रीय सरकार के सभी वर्गों के कर्मचारियों को चिकित्सा
सम्बन्धी उचित सुविधाएँ दी जा सकें।
अस्पतालों का पुनर्गठन
रांची स्थित मानसिक रोग का अस्पताल श्र से सीधे केत्रीय सरकार
के नियन्त्रण और प्रबन्ध में रहेगा और १६५४-५५ के बजट में इसके लिए
१५,१९,४०० रुपये की व्यवस्था रखी गयी है । श्रस्पताल के पुनर्गठन कीः
योजना पंचवर्षीय योजना के अन्तर्गत रखी गयी है । |
नई दिल्ली स्थित विलिगडन अस्पताल तथा नर्सिंग होम १ जनवरी,
१६५४ को नई दिल्ली स्युनिसिपल कमेटी से भारत सरकार द्वारा अपने
अधिकार मं ले लिए गये । दोनों का विस्तार किये जाने की सम्भावना है ।
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