ऋग्वेद के बनाने वाले ऋषियों की नामावली | Rigved ke Banane wale Rishiyon ki Naamavali
श्रेणी : हिंदू - Hinduism
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
138
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( ७ )
दीदेथ कण्वे त्रदूतजातः उक्षितः यम् नम
स्यन्ति कृष्टयः
अथ- है अनादि अग्नि महुने तुभकों मनुष्योंके वास्तें प्रकाश
स्थापित किया है ह यज्ञफे समय उत्पन्न होने वाली अप्नि तू कण्वके
चास्ते दहकती हैँ जिसको संव जन नमस्कार करत हैं ।
मे १ स् ३९ ऋचा ७-गन्तनूनम् नः
अवसा यथा पुरा इत्था कण्वाय विम्युषे।
छथ-आओ दमारे पास सहायताफे वास्ते जेसे पहले आते थे.
यहां भयभीत फण्वके वास्ते |
मं १ सू ३९ ऋचा ९-असामिहि प्रय-
ज्यवः कण्वमदद् प्रचेतसः
অধ श्षानचान पूजने योग्य तुमे फण््र को अखंडित
सुखदिया ।
इस भकार तो कण्व फा वर्णेन शटवेदफे उन सूक्तं শব
दिखाया जिसका ऋषि कण्व है अब हम उन सृक्तोंमं दिखाते
ह जिनके अपि कण्वको सन्तान हैं|
( १ ) मेधातियि कण्व का बेटा इस प्रकार लिखता है ।
१ स् १४७ ऋचा २-आ त्वा कण्वाः
अहूषत ग्रणन्ति विप्रते धियः देवेभि अग्ने
आगाह |
अर्थ-कण्वफी सन्तान पुमको पुकारती दँ विभ्रतेरी स्वति गाते
हैं। हे अभि देवों के साथ ञआ।
म १ स् १४ ऋचा ९-दैरतेलाम् अ-
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