अमर भ्रमोच्छेदन | Amar Barmanchedan
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
218
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(१५)
फानसे समर्ये लिखा कोटना पाट उताना एलो का ।
खन चन फलिया कं फिर मूरत प जमाना फूलों का ॥
इसमें भी कुछ थम समझते पंखा छिलाना फूलों का ।
थार बगग के मात्नी से कह तुढ्ा मंगाना फूलों का ॥
हसन गेग ने कहा हाल सच्चा दरसाना फूलों का॥ थ|
হনি।
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