अमर भ्रमोच्छेदन | Amar Barmanchedan

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Amar Barmanchedan by

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(१५) फानसे समर्ये लिखा कोटना पाट उताना एलो का । खन चन फलिया कं फिर मूरत प जमाना फूलों का ॥ इसमें भी कुछ थम समझते पंखा छिलाना फूलों का । थार बगग के मात्नी से कह तुढ्ा मंगाना फूलों का ॥ हसन गेग ने कहा हाल सच्चा दरसाना फूलों का॥ थ| হনি।




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