बृहद्देवता | Brihaddevta

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Brihaddevta by डॉ. रामकुमार राय - Dr. Ramkumar Rai

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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| [ ६ 1 २६ सुर्या-सूक्त पर टिप्पणी ( शषेषांश ) ३० ऋग्वेद १० ८९-९३ के देवता । पुरूरवस्‌ জীব उशी को कुया ३१ पुरुरवस्‌ ओर उवबेशी की कथा ( शेषाद ) ३२ ऋगण्ेद १० ९६७ ९७ के देवता । देवापि की कंग्रा १० ९८ अध्याय ८ २४२ ९५३ २४४ २४१ अण्ेद्‌ १० ९८-१९.? ( १-२.८ ) के देवतः ! निष्क ९ ( ९९-१४० ) १ देवापि की कथा ( क्रमश' ) २ देवापि की कया ( शेबांश )। ऋग्वेद १० १०१ के देवता ३ ऋग्वेद १० १०२ १०३ के देवता | मकुल का खिल २४६ २४७ হত ४ ऋग्वेद १० १०४-१०४ के देवता। भूताश काक्यप ऋग्वेद१० १०६ २५० ५ ऋग्वेद १० १०७। सरमा और पणियों की कथा ऋग्वेद!० १०८ २५१ ६ सरमा बौर पणियो कौ कथा ( क्रमश' ) ७ सरमा ओौर पणिर्यो की कथा ( शेषादा ) ८ ऋग्वेद १० १०९-१२० के देवता ९ ऋग्वेद १० १२१-६२९ के देवता । तीन खिल १० ऋग्वेद १० १३०-१३७ के देवता ११ भूमि ' खिल । ऋ्वेद १० १३८-१४२ वे देवता १२ ऋग्वद १० १४३-१५४ के देवता । खिल मेषासूक्त १३ ऋषवेद १० १५५-१५९ के देवता १४ ऋग्वेद १० १६०-१६४ के देवता । ऋषि कपोत লগ १५ ऋग्वेद १० १६५-१७४ के देवता १६ ऋग्वेद १० १७५-१८१ कै देवता १७ ऋज्रेद १० १८२-१८४ के देवता १८ नेजमेष खिर । ऋग्वेद १० १८५-१८८ के देवता १९ ऋग्रेद १० १८९ १९० । सशानप्! खिल २० दो खिल । ऋग्वेद १० १९१ । महानाम्नी ऋचायं २१ महांकम्नी ऋचा सूक्त कया होता है २२ निधिदु, नियद और छल्दों के देवता २३ छन्‍्दो, वेदों, वषटकार, स्वाहाकृतियों के देवता । स्वर २४ स्वरो के देवता




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