सोच विचार | Soch Vichar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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आप क्या करते हैं ? ६ भी नहों हूँ; लेडिन में श्रोवास्तव तो हूँ। इस बाद को ठततदोंक दे और दिला सहुवा हैँ । श्रज़दार वाले 'दयाराम श्रीवास्तवा ভা कर मेरा श्रोव्ास्ठव होना मानते हैं। मदलब यह नहीं #ि सेरी श्रो वास्तव है, न यहा झि झोई वास्वव श्री मुझमें है; लेकिन जो मेरे पिता ये बी मेरे परिठा थे। और वह सुम्दे अहाब्य रूप से श्रीवास्तय छोड़ गए दूँ। जय হব হাত নিব नितिवाद दई ठी मेरे श्रौवास्वद होने की सरयता को जावऊर सप्‌ परिचित वैसे ही आस्वध्त क्‍यों नहीं হী जैसे शिसो के वकील या टाक्टर होने झी सूचना पर झाश्वस्त होते दैं ? आप क्या करते হত? নি আহহ ভু ॥? आप क्या करते दें १ ॥1.113, स्तुम क्या करते दो है! লিগা हूँ ।? में श्रोद्ास्तव तो हूँ द्वी। इसमें रत्ती-मर ऋूठ नहों हे । किए, मैरी तरह का जदाप देने पर वह्लौद्ध भौर दास्टर भी वेय्दूफ क्यों नहीं सममे यति? ই लोग मेरे जैसे, अर्यात्‌ बेयहूछ নর € বহু ভীত चच्दौ वद ज्ञानवा हूँ। ठय फिर उनके वद्धोल होने से भी अधिऊ मैं श्रीवास्तव তীয় बेच हुक झिस बहाने समः लिया लाता हूँ, यद्द में जानना चादता हूँ । ল্য? एए सदुगयुरु ने कद्दा, 'द्‌ झुछ नहीं समम्मता। परे, डाइटर ढासटरी करदा दे । तू क्या धोवास्तवी करता दे यह यांत तो टोऊ दे हि में किमी “ध्री' को छोई 'पवास्तवो' नहों करठा । लेश्नि सदुगुरु के ज्ञान से मुझमें द्ीघ नहीं लागा। मैंने कदा, जो, मैं कोई ओयास्तरों नहीं करता हैँ छेडिन; यह वहालत क्या दै पिस चरी छरता है ? और बद टाक्टरी क्या दे নিনজা তাত হলো?




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