तुलसी और उसके सौ उपयोग | Tulsi Aur Uske So Upyog

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Tulsi Aur Uske So Upyog by काशीनाथ शर्मा - Kashinath Sharma

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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तुलसी और उसके सो उपयोग ला 005 ৬1000115 2510605 200 806१६ 11056010 57619. 65021)1151)60 9 90101925 006 1061) 17001059000 07656 70115 815 26 0150 30 68६९6 0% 17950010955 200 5006160 50 1001) [000 प्राण 65৮6] 1120 01) 026 1:800001)6102,00105 06 0১৪ 1710 179109861 0109 9/1)0162 10010110215 01 015 22109705 ৮723 012,290 ৮010) 1015 02511 001951) 210 20 00051 09511 20109200010 51310 075 015802 ० 00050101963 5895 2.0 0166 208650 200 005 65557 2100£9001 01920062150 {707 20701709556 055 1551951705910615615 2180 £913)0012119 15910615 प 25015. अरथांतू--बम्बई में जिस समय विक्टोरिया गान और अलबट स्यूजियम बनाया गया, उस समय जो आदमी वहाँ काम करते थे, मलेरिया ज्वर से बहुत कष्ट पाते थे। वहाँ के हिन्दू मैनेजर के कहने पर बगीचे-भर में तुलसी के पेड़ ओर उसो तरह कं सुगन्ध देने वाले दूसरे पेड़ जो मिले, छगा दिये । इससे भच्छुड़ो का उपद्रव एकदम घट गया और उन लोगों में से ज्वर तो बिल्कुल दी गायब हो गया, जो उस बगीचे में रहते थे, या काम करने के लिए ठहरे हुए थे ।” शाही मलेरिया सम्मेलन ( [लाभ भथा 0০01৮ 16161106 ১ ने भी निश्चय किया है कि तुझूसी मलेरिया फे लिए ६




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