प्रतिनिधि रचनाएँ | Pratinidhi Rachnaye

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Book Image : प्रतिनिधि रचनाएँ - Pratinidhi Rachnaye

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about शम्भूनाथ सिंह - Shambhunath Singh

Add Infomation AboutShambhunath Singh

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
अतिनिधि रचनाएँ ली ठन-गति चला जा रहा हूं | न इस राह का आदि मैं जानता हूँ, न इस राह का अन्त म मानता ह+ दिर पन्य क एक पटिवानता हं नही जानता छत रहा पथ को मैं स्‍्वय पय से या छुला जा रहा हूं! घला जा रहा हूं ! नही है मुक्के ध्यान जीवन मरण वा नही ज्ञान है तम वण और तन फा मुझे एक्टी ज्ञान है बम जलन का ? नही ज्ञात, मर जल रहा आज भुभम स्वय या कि मझ म जला जा रहा हूँ चता जा रहा हूं विराघार ক যাবি साधार ह मै प यही संग रहा दम, निरावार हूं मैं মহা जानता, ढल रहा झु-य मुभमे स्वय शून्य मेया दलाजा रहा हू । चला जा रटाह] “ঢাাভাছ? १९४३




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now