विश्व के प्रमुख संविधान | Vishv Ke Pramukh Samvidhan
श्रेणी : राजनीति / Politics
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
348
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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ही है ।”? सस्दीय शासन प्रणाली निम्न सिद्धातों पर आधारित होती है--
(1) इसमे कार्येपालिशए का सर्रों च अधिक्षारे केवल नाम मात्र का अध्यल
होता है (2) इसमें कार्य पालिका भ्र्पात मजिमण्डद व ड्यवस्थापिका अर्थात्
सतद में घनिष्ठ सम्बंध होता है | सत्रिमण्दल्ल ससद वी ही एक उप~पभिनि
होती है। (3) मसव्रिमण्डल का चुनाव ससद में स होता है भौर बह तसद
के प्रति सामूहिक रूप से उत्तरदायी होता है। (4) ससद द्वारा प्रविए्वास प्रस्ताव
पासति कपे जान पर् र्मा त्रमण्डन तै त्यायप्व देना हता दै। 5) प्रधान
मत्री मत्रिमण्डलकानेना होना दै प्रोर वह समद (कोमन स्मा) के वहूमत
दल का नेता होता है! इम प्रकार इसमे सत्ता पृथक्वरण (8९९६11०9 ०
एण्य) का प्रदात लागू नदी हीता जो कि अध्यशीय व्यवस्था में लागू
हांता है $
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मारत, खूम व स्विटजरलतैढ प्रादिमें राज्योंके सघदै मरौर पष दे प्रन्वेयत
शाज्य अननी शक्ति सविधान द्वारा प्राप्त करते जो विषय सविधान से
डह भराप्त हाते हैं उनमें व स्वं होते हैं। इ गलड स्वताव राज्यों दा सघ
नहीं है । यद्यपि प्रशामकीय सुविधा के লিউ ভু লাগা विभक्त है, परन्तु
एसी इकाइयों (07115) को वेवल केद्र सरकार से হী गक्त्णां प्रप्त टौ
हैं, वास्तव में शक्तियों वा स्रोत केद्ध सरकार है। प्रदत्त की हुईच किये का
केद्र सरकार कमी भी वापस ले सकती है। ऐसी इकाइयाँ स्थानीर सन्दर
जो विद्रवे प्रविकार् प्राप्त करदह! ण्ठी व्पनन्दा डी
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बनाता है ।
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इसवा तात्यय यह है कि इ गर्लेंड वी समद कानूनी रच्टिर न्नेन) ডল
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सकती है, उसमें मशोघत कर सकती है या न्यू रत अर बबली, |
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सकता क्योंकि इगलड़ मे प्रमेरिका या नाग তু नदः =
पुनरीक्षण (7प्रपालब् [৯০৮০৮] দা সি नम)
५
ভা शन्का
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