नागा भाषा-भाषी छात्रों की हिंदी सीखने की समस्याएँ | Naga Bhasha Bhashi Chhatron Ki Hindi Seekhne Ki Samashyai

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Naga Bhasha Bhashi Chhatron Ki Hindi Seekhne Ki Samashyai by रामकृपाल कुमार - Rakripal Kumar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अध्याय पृष्ठ ३.३.२.१.२ कृत प्रत्यय/११८ ३.३.२.१.३ तद्धित प्रत्यय/११९ ३.३.२.२ यौगिक शब्द-रचना/१२० ३.३.२.३ पुनरुक्ति/१२० ३.३.३ हिन्दी भाषा में शब्द-रचना (प्रत्यय, समास एवं पुनरुक्ति)/१२१ ३.३.३.१ प्रत्यय/१२१ ३.३.३.१.१ पूर्व प्रत्यय/१२१ ३.३.३.१.२ कृत प्रत्यय/१२१ ३.३.२.१.३ तद्धित प्रत्यय/१२१ ३.३.३.२ यौगिक शब्द-र्चना/१२२ ३.३.३.३ पुनरुक्ति/१२२ ३.३.४ शब्द-रचनागत त्रुटियों का निष्कर्ष तथा शिक्षण-बिन्दुओं का निर्धारण/१२२ ३.३.४.१ निष्कर्ष/१२२ ३.३.४.२ शिक्षण-बिन्दुओं का निर्घारण/१२३ ३.४ विविध प्रयोग রন इ रः क 4 ....१२३ २.४.१ अविकारी शब्दो, निपातो, परसर्गो, सहायक तथा रंजक क्रियाओं धवं अन्यान्य प्रयोगौ से सम्बन्धित व्रुटिर्या|१२४ ३.५.१.१ अविकारी शब्दां की प्रयोगगत त्रुटिर्या १२४ २.४.१.१.१ क्िया-विशेप्रण शब्दों के प्रयोग की त्रूटियाँ/१२४ २.४.१.१.२ सम्बन्धसूचक शब्दीं के प्रयोग की त्रुटियाँ/ १२४ २.४.१.१.३ समूच्चयबोधक शब्दों के प्रयोग की त्रूटियाँ/१२४ ३.४.१.१.४ विस्मयादिबोधक शब्दों के प्रयोग की त्रुटियाँ/१२५ ३.४.१.१.५ सकारात्मक तथा नकारात्मक निपातों के प्रयोग कीत्रुटिर्या/१२५ ३,४.१.२ परसर्ग प्रयोग की त्रुटियाँ/१२६ ३.४.१.२.१ ने” प्रयोग की त्रूटियाँ/१२६




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