गाँधीवादी योजना | Gandhiwadi Yojna
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
12 MB
कुल पष्ठ :
182
श्रेणी :
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No Information available about मोहनदास करमचंद गांधी - Mohandas Karamchand Gandhi ( Mahatma Gandhi )
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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धोना पड़े ? भत्ता हस उस संसार के लिए क्या करेगे जिसमे
कि एक किसान जब अपनी फसल बोता है भगवान से प्रार्थना
करता है कि फसल खराब हो ताकि वह आर्थिक कठिनाइयों
से षचा रहे । हम एक अनोखी दुनिया में रहते हैं। और इसमें
कोई ग़लती नहीं हैं ।‡
इस प्रकार वस्तु-उत्पादन की हमारी भौतिक शक्ति ने उपयोग-
-शक्ति को पीछे फेंक दिया है। परिणामतः हमे विस्तृत पैमाने
पर बेकारी, ठुख ओर मानवो का शारीरिक व सानसिक पतन
दिखाई देता है । 'निःसन्देह हमारे सामने एक ऐसा ओऔद्योगिक
दृश्य है जहां कोरी वृद्धिकारक क्षमता के आधार पर उत्पादन
ज्यादा से ज्यादा हो रहा है, लेकिन ज्योंही यह क्रम चालू हे,
उत्पादित वस्तुश्चों की मांग मरती जा रदी हे ।* यह हास्यास्पद्
है कि सस्यत्ति के पदार्थं व सम्भाव्य प्रचुरत्व के रहते हुये
मनुष्यो को भूरखो सरना पडे चौर च्रकथ बाहुल्य के बीच
अधम गरीबी का स्थान रहे । क्रेव ने लिखा था :-
अचुरत्व हुआ तो क्या हुआ,
अफ़सोस कि उसने थोड़ों पर,
“निज दया-दृष्टि को डाता है।
बहुतों को मज़ा नहीं मिलता;
-यद्यपि धनराशि देखते है,
वे तो ग़रीब हैं, खोदते खदान है ।
17179 11069111696 118058 90109 0010080 ৬০2৫
00908. 0, 65,
*ए07४, 58160 81007800110988 07 11801100
छ प, ©. 9115 0. 598.
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