हिन्दी साहित्य का नया क्षितिज | Hindi Sahitya Ka Naya Kshitij
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
430
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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चरित्रों मे विश्लेष्रण का आग्रह-१९८, चाताबरण-१९९ कहानियों का
मूल्यांकन-- १६६॥
अध्याय : ४-अंमिनव नाटय कृतित्व
पष्ठ २०१२२३८
आधुनिक हिन्दी नाद्य विधा पृ० २०३--२१० 1
विषय সবহা-২০২, ভিদ্বী नादकों का उद्भ व-२०३, रेविहाद्िक नाटको
कौ प्रयृत्तिणा--२०४, रेतिदासिक नाटको काविकासकाल-मासेन्दु युग--२०४,
विकसित रूप--२०४;
एकांकियों का उदभव-२०६, एकांकों का इतिहास--२०६, ऐतिहासिक
नाटक भौर एकांशी-२०६ 1
छा० प्रतापनारायण टण्डन कै नाटक एवं एकाकी
२१०-९६६ ६
नाको कः वर्पाकरण देति ताटक~-स्वरगं यत्रा-२१०, सामाजिक
मादक ¦ पलत फहमी भौर नौ हजार फी चपत-२१०, हास्य नाटक ~ नवाब
कनकोओआ भोर टेलीप्राम-२१० ।
कपावस्तु-ऐतिहासिक बयावस्तु-२११, नवीतठा-२१२, वार्य व्यापार
बी अवस्पाएँ-२१२, हास्य एकोकी--२१५, सामाडिक एरांकी-२१६,
प्रंपपं--२१७, मंप्रेजी नाटकों ढा प्रमाव-२२१, घरित्र-चित्रण-२२२, अन्तर
ईद्प्रधान चरित्र-२२५१
झंदाइ--उंदादों का माष्यम--२२६, संवादों के प्रकार-स्वगत-कपत--
९२९, षषागनि प्रेरक शयन --२६३०, सूयक बधन-२३० भावा-२११;
दय विधाने का विभावन--र२३२, विन दरय--२१३, रंगमेच
वो दृष्टि से लाटशों का अवलोकत--२३३, रंग निर्देश--२३३, रंगो से दाता-
बरण भृशत--२ ६४, साटकों वी पृष्ठभूमि-२३६, दौज योजरा--२३६, गाटडढः
हब एकौडियों वा घरातत-दचार्थदादी--२३७, निष्रपं-२३८।
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