साहित्य और सिद्धान्त | Sahitya Aur Siddhant

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Sahitya Aur Siddhant by श्यामला कान्त वर्मा - Shyamla Kant Varma

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्यामला कान्त वर्मा - Shyamla Kant Varma

Add Infomation AboutShyamla Kant Varma

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
[ ४ । ६. निबन्ध परिचय और परिभाषा : निबन्ध, अबन्ध और लेख । निबन्ध का महत्व । निबन्ध का क्षेत्र । निबन्ध के प्रमुख अज्ञ : अस्तावना, विस्तार, निणंय या उपसंहार । निबन्ध का 1. विवरणात्मक, बिचारात्मक, भावात्मक, आत्म-व्यज्क । शली ओर निबन्ध : समास-शंली, व्यास-श्च र तरंग-शंली, घारा-शंलो अँगरेजी साहित्य. में निबन्ध । हिन्दी-निबन्ध का विकास । | १८०-१९.५ १०, आलोचना आलोचना और आलोचक : आलोचना के प्रकारं ` सेड्धान्तिक समीक्षा, व्याख्यात्मकः समीक्षा, अभावाभिव्यज्ञक समीक्षा, ऐतिहासिक समीक्षा, बादोन्सुखी समीक्षा। आलोचना का 5 विकास । ৭৭2২০ ই ` ११. प्रकीणैक जीवन-चरित्र : लेखक के कतव्य, जीवन-चरित्र और आत्म-कथा पत्रलेखन : हिन्दी में पत्र-साहित्य। डायरी | गद्यकात्य । रेखा-चित्र |... ४ *' शण्ड-रेण८




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now