श्रीअष्टावक्रगीता | Shri Ashtavakrgeeta
श्रेणी : धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
422
श्रेणी :
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पंडित श्री पीताम्बर - Pandit Shri Pitambar
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पीताम्बर - Peetambar
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विश्वेश्वर - Vishveshvar
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)॥ तृतियावृत्तिकी प्रस्तावना ॥ ९
पक्ष ७ शुरुवारके रोज परमधामर्कू पहुंचे
तिनोने मुसुश्चुनपर असुयह करीके इस.
आवृत्तिके लिये अथभागका पुनः सं
शोधन कियाथा ॥
५- आधुनिक पाश्चात्यविद्या (सायन्स)
के विद्वानग्रंथकारोंनें पदाथ ( मेटर )।
अवकाश । प्रकाश | समय | गति ओ ख-
गोलआदिकविंप जे स्वतंत्रविचार प्रदर्शित
कियेहें। वे वेदांतके अभ्यासीनकूं अबलोक
. नीय हें।कारणकी तात यह अखिलसंसार-
का अनादिपना । व्यभिचारिपना । असार-
पना। ओ कल्पितपना । जो वेदांतमतकूं
मान्य है। सो अत्य॑ंतस्फुट होवेहे ॥ आधु-
निक पाश्चात्यविद्याके अनेकर्मथनके অন্ব-
लोकनसे मेरे मनविंषे विचारका जो स्फुरण
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