श्रम अर्थशास्त्र | Shram Arthashastra

Shram Arthashastra by वी. सी. सिन्हा - V. C. Sinha

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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2 श्रम अर्थशास्त्र--प रिभाषा और क्षेत्र मे श्रम का प्रयोग एक विशिष्ट अर्थ मे क्या जाता है| प्रो० जेवन्स वे शब्दा मे. श्रग यह मासिक तथा शारीरिक प्रयत्त है जो अद्भत या पूर्णत काय से प्रत्यक्ष प्रए्प्त होने খালি सुख के अतिरिक्त किसी आधिक उद्देश्य से किया जाता है।”! माशंल ने भी इस परिभाषा को स्वीकार किया है परतु इसमे यह स्पष्ट नहीं है कि आशिक उद्देश्य बया है? प्रो० थामस का कथन है. थामस का “सभी प्रकार का मानव श्रम चाह वह शारीरिव हो या मानक परंतु जो पारिश्रमिक प्राप्त करने की आज्ञा से बिया जाता है अधशास्त्रम अ्रम कहलाता है। वास्तव मे इस पीढी बे समी अर्थं्यास्तियो नैश्चमकौ समाजे दृष्टिकोण से देखने का प्रयत्न नही किया । वस्तुत श्रम के अतगेंत समाज और व्यक्त ने सपूर्ण मानवीय प्रयास आते हैं जिनके द्वारा उन वस्तुओं, और सेवाओं वा निर्माण होता है जिनकी मानवीय जीवन के लिए उपयोगिता है। सक्षेप में, श्रम अर्थशास्त्र में श्रम से. तात्पर्य नियुक्त श्रम (87.109८० 1.409007) से है। वे सभी व्यक्ति, जिनकी जीविबा का प्रमुख साधन श्रम का विक्रय है अर्थात्‌ जो ध्रमिक हैं, इस शास्त्र के अध्ययन के विषय हैं। अम की विशेयताए उत्पत्ति के एक महत्त्वपूर्ण साधन के रूप मे श्रम की निम्नलिखित प्रमुख विशेष- ताए हैं-- 1 श्रम उत्पत्ति का झनिवाय सापन है. बिन। श्रम के किसी भी प्रशार का उत्पादन सभव नहीं है। 2 श्रम नज्बर है श्रम को सवय करवे नही रखा जा सता । यदि विसी दिये श्रमिक कायं नही करता तो उस दिन का उसका श्रम सदा के लिए नष्ट हो जाधा हू । 3 श्रम को अमिक से पृथक्‌ नहीं किया ज्ञा सकता. श्रमिक को श्रम बरने दे लिए कार्य स्थान पर स्वयं जाना पडता है। इसोलिए श्रमिक अपने काय तथा उसस संब- घित अन्य बातो मे बहुत रुचि रखता है। 4 श्रम गतिश्ोल होता है. वह एक स्थान स दूसरे स्थान और एफ व्यवसाय से दूसरे व्यवसाय मे आसानी स जा सकता है । 5 श्रम उत्पादन का सक्रिय साधन है भूमि ओर पूजी स्वय कोई उत्पत्ति नही कर सकते | जब श्रम का सहयोग साधनों से हाता है तब घन का उत्पादन हाता ह। इस प्रकार श्रम उत्पादन क्रिया मे सक्तिय रूप म भाग लता है। 6 श्रसिक अपने श्रम को बेचता है परतु अपनो आय नहों जैस टेक्सी ड्राइवर संवारियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुचाता है तो उस समय वह अपना श्रम 1, 2173094015 (8০: 5৩00০0০100৩ 00100 ০: ৮03 3006718100, 02111) 0:01) 10) 2 াত 1050852০0০4 00136007917 प्र 01695016 ৫50156৫ 010551 [০0 पल णाग --16*075 2 400४८ ८०7०1८5 वा ण्डा रणि ० ९0 ০৫ 01800 11100 18 000০1150610 00৩ 557৩0020195 01 5000৩ ৩0২0” कणा




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