मैकबैथ | Maikbaith
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
132
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पहला अंक १५
तीसरी डाइन अरे, तकक्कारा, सुनो, नककारा बज रहा है। लो वह
मैकवैथ आ गया ।
सभी ओ ससुद्र की लहरो पर और पृथ्वी पर तेज़ चलने वाली डाइन
बहनो ! ग्राग्नो, म्रापस्मे हाथ मिला कर हम चारो तरफ नाचे । तीन
नार तुम, तीन बार मै और फिर तीन वार वह इस तरह नौ वार एक
चक्कर बनाये । शान्त | जादू का चक्कर अब पूरा हो गया है।
[ संकवेथ तथा वेको फा प्रवेश |
मेकवेथ * इतना बुरा रौर इतना ही...अज्छा. द्विन मेते अपने जीवन में
कभी नही देखा,
बेको : फोरेस यहाँ से कितनी दूर कहा जाता है ?
पर है, ये पतले और अजीब से कपडे पहने कौन है ? ये तो पृथ्वी
पर रहने वाले प्राशियो जैसी तो नही लगती फिर भी पृथ्वी पर
है। क्या आइचर्य्य है
क्या तुम कोई जीवित प्राणी हो ? या कोई ऐसी चीज़ हो जिस
पर मनुष्य को शक करना चाहिये ? अश्रपनी फटी उँगली जिस तरह
तुमने अपने ओठ पर रख ली है उससे मालूम होता है कि तुम मेरी
बात समझ रही हो | अवश्य तुम कोई स्त्री हो, पर हैं. * फिर
तुम्हारी दाढ़ी देखकर मे कैसे कह दूँ कि.तुम.स्त्री-हो ।
मेकतेय अगर तुम बोल सकती हो तो बोलो, कौन हो तुम ?
पहली डाइन : तुम्हारा स्वागत है मेकवेथ । श्रो “ग्लेमिस” ঈ খন!
हम सब की ओर से तुम्हारा स्वागत है ।
दूसरी डाइन ओ काउडोर के थेन मैकवेथ ! हम सभी की ओर से
तुम्हारा अभिनन्दन है।
तीसरी डाइन : स्वागत है उस मैकबैथ का जो अ्रव सम्राद बनने जा
रहा है।
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