उन्नति की ओर | Unnati Ki Or
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
198
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)आये-कमार क्या है १५
[३]
भारत भू-अ्रमणार्थ अवतरित क्या सुरगण के बालक हो १
या नचिकेता ऋषि-कुमार हो ओऔपनिषद् उद्धलक हो ९
नव सफूर्ति हो, मंजु मूर्ति हो प्रेम-पुत्न॒ प्रतिपालक हो ?
चक्रव्यूह - संसार7समर के सौभद्रक सम्बालक ভী-?
[४]
अथवा ज्योतिमय ज्वाला हो पातक-पुश्ञ-प्रजारक हो ९
धर्म क्रान्ति की चिनगारी क्या अनघ ओघ-संहारक हो ९
वैदिक वायु-विश्व मे बनकर सुख सुरभी सच्वारक दो
अथवा प्रभु-प्रेमास्लानन हो पावन पुण्य प्रसारक हो ९
[५४ ]
अहो | अतुल अवतार ओज के निष्ठा के नट-नागर হী?
आशा के आगार आप वा सत्साहस के सागर हो ९
निभेयता की निश्चल निधि हो वा उमड्र के आकर হী?
जीवित ज्वालामुखी-जोश के वा प्रस्फूर्ति प्रभाकर हो?
[६]
क्या उत्साह अनल भट्टी के तुम जलते अद्वारे हो २
अथवा सृदुता-मन्दाकरिनि के तुम कमनीय कगारे हो १?
अथवा संक्तोमित सागर की लहरों के बम्भारे হী?
वा प्रचण्डतम वायु बवंडर के अखण्ड भण्डारे हो ९
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