विध्याटवी के अंचल में | Vindhyatavi Ke Anchal Me

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Vindhyatavi Ke Anchal Me by प्रयाग्दत्त शुक्ल - Prayag Datt Shukla

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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गए # विषय-सूची भ्रथमं किर्ण-श्रदिग पृष्ठ से १० त्तक ८ ८ (आत-परिचय, (पिपय प्रवेश, आयों का संघर्ष, भिन्न मिन्न सस्दृतियों का सगम, इस देश को नरं ) द्वितीय किरएु--गोंढड भौर राजगोंद पृष्ठ ११ से ३२ तक ( जन सप्या, ऐतिद्वाप्तिका विवरण, খাঁ शब्द के विधय भे, जाति भेद, गोनों में विभाजन, विवाह सहकार, जनन मरण, गोंडी देवता, रहन सहन, मनोरजन, भाषा ) ५ यगा ताति ( बेचर को किसानी ~ परधान ४ ? दमो हृतीय फ्रिरण--कोल, मु दा, ही, इरका पृष्ठ३३से ४४ तकः (परिचय, उनते मेद, विवाह सस्कार, अतेष्टि सस्कार, ५ इनके पर्व /इनसी कद रस्में, ूूप रंग और भाषा) चतुर्थ किरण--छोरक पृष्ठ ४४ से ५० तक ( उत्पत्ति विवरण, जातियों और गोद, विवाद या तदोरा, बुद्ध रस्में, मृतरभस्वार, रुप रम और भाषा ) सवामी छोर पचम फिरण--कोर्वा पृष्ट ४९ से 2८ तक (इनके भेद, कोरवों की उत्पत्ति, रूपरग. ओर,




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