अमरीकी साहित्य का संक्षिप्त इतिहास | Amriki Sahitya Ka Samkshipt Itihas
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
19 MB
कुल पष्ठ :
422
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)भूमिका ७
भी, भ्रधिकांश अ्रमरीकियों के लिए, संपूर्ण क्रम का एक गंभीर, लगभग पौराणिक
सा महत्व था। धियोडोर रूजवेल्ट ने कहा था कि आने वालों को चाहे हम
उपनिवेश वसाने वाले कहँ या श्राप्रवासी, वे स्वयं श्रपना रास्ता बनाकर, कठिन
मार्ग से श्राये । परिवार सहित अपने आप को महासागर के पार ले जाता, यह
आसानी से उठाने वाला कदम नहीं था। यह बहुत कुछ एक श्रास्था-जनित
कार्य था, एक पुराकथा का आरंभ था। इस पुराकथा में युरोप का सम्बन्ध
अतीत से, कौन्कौड मे (जहाँ श्रमरीकी स्वतन्त्रता के युद्ध का सूत्रपात हुआ )
अंग्रेज सैनिकों से, दूर रहने वाले भूस्वामियों से, वंश-परपरा के गवै से--- भूख,
गरीबी और दमन से था। इसके विपरीत अमरीका भविष्य का देश था--बहु-
लता, समृद्धि झौर स्वतन्त्रता का । । आज भी भविष्यकाल श्रमरीका को प्रिय है।
न्यूयार्क टाइम्स मैगजीन! (२७ जुलाई १६५२) में एक लेखक अपने पाठकों को
इस विचार से आइवस्त करता है कि 'सब कुछ होने के बावजूद हम श्रव भी
वसनन््त के आरंभ में, ऊषाकाल में हैं। मुझे सन्देह है कि कोई युरोपीय लेखक
एसे स्वशिम भ्राभा वाले स्वर में नहीं वोल पायेगा ! इंगलिस्तान मेँ हम भ्रधिक
से अधिक एक नये एलिजावेथ काल की श्राणा करते ह, जो प्रथम काल जैसा
ही भ्रच्छा हो ।
अपने इतिहास के अधिकांश भाग में अ्रमरीका एक व्यस्त और अशांत
देश रहा है, उसकी शचि संचय की श्रपेक्षा श्राविष्कार मे रही है । उसके लोग
बड़े ही आशावादी रहे हैं और वाधाग्रों पर विजय पाने में व्यक्तिकी योग्यता
पर उनका वडा विरवास रहा है ।* सफलता कौ श्राणा करना व्यक्ति का श्रधि-
कार रहा है। अपने निवन्ध 'सेत्फ रिलायन्स' मे एमरसंन ने एक सारर्गाभित
वाक्य में कहा है कि, 'उन लड़कों की लापरवाही, जिन्हें विश्वास है कि उन्हें
भोजन मिलेगा ही `` “मानव स्वभाव का स्वस्थ हृष्टिकोण है ।' या जैसा मेल्विले
ने गृह युद्ध आ पड़ने पर, बिगडे हुए श्रमरीकी के वारे में कहा था किं वह श्रपने
१. एफ, ओ, सथीसन ने वताया है (अमेरीकन रेनासों”, न्यू-याकं और प्राव्स-
फोर्ड, १९४१, पृष्ठ ५-६ ) कि अक्नरेजी में इन्डुविजुअलिज्म' (व्यक्तिवाद) शब्द का प्रयोग
सर्वप्रथम श्लेक्सी डी टॉक्युविले की पुस्तक 'डेमॉक्रेंसी श्न अमेरिका! में हुआ है जहाँ एक
नवीन स्थिति का वर्णन करने के लिए इसे गढ़ा गया.।
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