ब्रह्मयज्ञ | Brahmayagya
श्रेणी : धार्मिक / Religious, पौराणिक / Mythological
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
52
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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रथ शान्तिप्रकरणम्
ओ शजन्न इहन्द्राग्नी भवतामवोमिः शन्न इन्द्रावरुणा
रातहव्या । शमिन्द्रासोमा सुविताय शंयोः शम्न इन्द्रा-
पूषणा वाजपातो ॥?॥
शंनो भगः शयु नः शंसो भस्तु शन्नः पुरन्धिः
হায় शन्तु रायः । श नः सत्यस्य सुयमस्य शंसः श नो
अय्यमा पुरुजातो भस्तु ॥२॥
श नो धाता शम धत्तां नो भस्तुशं न उरूची
मवतु स्वधामिः। शं रोदसो बृहती शं नो ्रद्रिःशंनो
देवानां सुहवानि सन्तु ॥२॥
शन्नो अभ्निर्ज्यातिरनीको अस्तु शन्नो भित्रावरुणा-
वरश्विना शम् । शं नः सुतां सुकृतानि सन्तु शं न इषिरो
अमभिवातु वात; । ४॥
शन्नो द्यावाप्रथिवी पूवहतोी शमन्तरिक्तः दरशये नो
अस्तु | शं ओओषधीवनिनो भवन्तु शं नो रजसस्पतिरस्तु
जिष्णु; ॥५॥
হাল हन्द्रो वसुभिर्देवो अस्तु शमादित्येमिवंरुणः
सुशंसः | হা নী शट्रो रुदर भिजं्लाषः शं नस्त्वष्टागनामि-
रिह श्रणोतु ॥६॥
शं नः सोमो मवतु ब्रह्मशनःशंनो प्रावाशः शश
सन्त॒ यज्ञाः । शं नः स्वरूणां मितयो भवन्तु शे नः प्रस्वः
शम्वस्तु वेदिः ॥७॥
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