द्विभाषीय अशोकिय अभिलेख | Dwibhashaya Asokia Abhiklekh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
36 MB
कुल पष्ठ :
192
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अभिलेख भी शुद्ध रूप से ˆ एकभाषीय “ नहीं माने जा सकते हैं । पहली बात तो यह है कि वे
किसी मूल प्राकृत प्रारूप से अनूदित हुए अथवा कम-से-कम एसे प्रारूप कं आधार पर पुनरुक्त
हए । अत उनकी भाषा मूल प्राकृत प्रारूप से प्रभावित हुई , यहा तक कि कुछ प्राकृत शब्द ही
उनमें लिप्यन्तरित रूप में प्रयुक्त हुए , जैसे यूनानी कन्दहार शिलाख़ण्ड-लेख में पि्जीदस्सैस.
(प्रियदर्शी) , সাম नैस (ब्राहमण) ओर सरमे नैस (श्रमण) । अरामी कन्दहार शिलाखण्ड-लेख
तथा पुल-इ-दरुन्त शिलाफलक-लेख में भी ऐसे कुछ मूल प्राकृत शब्द उल्लिखित ह . जिनको
पहचानना कठिन है , क्योंकि उन शब्दों के स्वरवर्ण अरामी लिपि में लिप्यन्तरित नही किये गये है ,
कवल उनके व्यजन ही अरामी लिपि मे लिप्यम्तरित दिखाई देते हैं - उदाहरणार्थ , प्राकृत ˆ प्रिय-
द्रशि “को अरामीमं प्रयद्रश् लिखा गया है |
दूसरी बात यह है कि उन अरामी अभिलेखों में कुछ प्राचीन ईरानी शब्दों का भी समावेश है ,
जैसे अरामी तक्षशिला स्तम्भलेख में * हु-पत्यास्ति “ (सुश्रुषा , आज्ञाकारिता)। लघमान के प्रथम
ओौर दितीय अरामी शिलालेखां मँ ॒प्राचीन ईहरानी आगत शब्दं (1085०09) के बाहुल्य के
कारण प्राय एक सम्मिश्रित सकर भाषा (1010 15155889) उभड आती है । इस प्रकार
न केवल शर-इ-कून के द्विलिपीय यूनानी-अरामी शिलालेच में दो ही भाषाएं ( यूनानी और
अरामी ) लिपिबद्ध हुईं , वरन् अन्य यूनानी-लिपीय अथवा अरामी-लिपीय अभिलेखों मे भी
मात्र किसी एक भाषा उत्कीर्ण नहीं की गहं । अत समस्त अशोकीय अभिलेखों की अभिसूची में
उन सभी यूनानी-लिपीय अथवा अरामी-लिपीय अमिलेखो को अलग द्विमाषीय अमिलेख '
नामक वर्ग में सम्मिलित किया जा सकता है ।
ऊपर के विवेचन से स्पष्ट है कि मुख्य शोध-शीर्षक * द्विभाषीय अशोकीय अभिलेख “ को
बहुवचन अर्थ में ही समझना चाहिए, जैसे अंग्रेजी में स्पष्ट है. 17% 8414780०1
136८4८1० 0 637091८2 - । इस बहुवचन के प्रयोग कं ओौचित्य का तीसरा कारण हं
स्वयं विद्वानों द्वारा अपनाया गया प्रचलन । उदाहरणार्थ , भाषाविद् एच. हुम्ब् तक्षशिला क
अरामी स्तम्भलेख को एक “ अरामीय-ईरानी अभिलेख * कहते है, जब कि शर-३-कुन के
यूनानी-अरामी शिलालेख को वह द्विभाषीय (वास्तव में , त्रिभाषीय) ” यूनानी + अरामीय-ईरानी
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