प्रियदर्शी | Priydarshi

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Priydarshi by सावित्री देवी - Savitri devi

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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रानी सारन्धा 3 ( लेखक--प्र मचन्द ) द द .. बाबू प्रेमचन्द जी हिन्दी संसार के स्व-श्रेष्ठ कहानी लेखक ই? आपकी कहानियां मे सजीवता की अचय धारा ` जहाँ-तहाँ बहती : रहती हैं--आप चरित्र-चित्रण मे बड़े ही ष्ट है। _चह ऐतिहासिक कहानी आपकी विशेष असिद्ध है।] बज का ২ अवेरी रात के सन्नाटे में घसान नदी. चट्टानों से टकरातीः हुई ऐसी सुद्दावनी मालूम होती थी जैसे . छुमुर-घुमुर करती हुईं चक्कियाँ। नदी के दाहिने तट पर. एक टीला है। उस पर एक-पुराना ढुगे बना हुआ दै, जिसको जङ्गली वृतो ने वे




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