शब्दार्थ संग्रह और अमरकोशादर्श | Shabdartha Sangrah Aur Amarakoshadarsha
श्रेणी : अन्य / Others
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
334
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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अमरकोशादर्श ।
दलोषः पृष्ठ
१९ (असित) काटा ३५१
७ (असिधावक) तलवार
पर घाढधरनेबराला.. ३९३
९२ (असिपेतका) दरी । १३
शेकिंसी
९२ (असिपुत्री) छूरी
७० (असिदेति > तलवार
घाँधनेवाला २
११९ (अमु) प्राण २५९
११९ (अमुधारण ) जीवन
प्राणा १७३
१३ (असुर) दत्य
२३ (अमूक्षण) अपमान |२५४ `
२४ (अमृया) गुणमें दोप | २३
लगाना ६
६२ (असृग्धर) खाल | २५४
६२ (अपृङ्) रक्ररोहू_
হও (असौम्यखर रूखवो- | २१
लनेवाला, कूरदाव्द | १९९
करनेवाला
२ (अस्त) अस्ताचल प-
ठायाहुआ
` १७ (अस्तम्) अदद्रन 1২৩
१८ (अस्ति) दाना
१३ (अस्तु) निन्दापूत्रक
स्वीकार ३२
<२ (अस्र) दयियार रद
६< (अस्थ) ह! .
ই (अचिरे चच . | १३
२९. `
२३
হজ
३७ (अस्फुखाऋझ) साफ
न घोलनेवाला
१६४ (अत) रक्त,लोहू-कोना
६० (अखप) राक्षत
६३ (अद) आंसु
१६ (असखच्छन्द) आधान
परवश
< (अस्प) देवता
३७८ असर > रशब्द
घोलनेवाला
५७ (अखाध्याय) बेदाध्य-
यन रहित
५० (अहँयु) अहंकारवाला
३० (अहःपति) सूयय
२३२ (अहंकार ) आभमान
५० (अहंकाखत् ) अभि
मानी
२ (अहन) दिन,भहंकारी
१०१ (अहमहमिका) परस्प-
राभिमान,जिंस लड़ाइ
में बीरकह কক হন
লী বহু ভার
१०० ( अहंपूविका ) पाइल
हम पिरे टम पसा
कहना `
७ ( अहंम्मति ) अज्ञान
३० (अहप॑ति ) सुप्प
२ (अद) प्रातःकाल
म ( अहस्कर ) सूय
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