श्री अगरचंदनाहटा अभिनन्दन ग्रन्थ | Shri Agarchand Nahata Abhinandan Granth

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Shri Agarchand Nahata Abhinandan Granth by हजारीमल बांठिया -Hajarimal Banthiya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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१९१ सरुभूमिकी देन * अनुकरणीय विद्यापत्ति नाहटाजी १९२ सस्मरणं । १९३ ज्ञानके खोजी ` श्रद्धेय नाहटाजी १९४ घन्य हौ रहा भभिनन्दन करके जिनका अभिनन्दन १९५ वे पुरात्तत्त्ववेत्तासे तत्त्ववेत्ता बन गये १९६ भारतविख्यात्त विभूति १९७ अभयजैन ग्रन्थालयका २५वर्षीय विकास १९८ भागन्तुक सम्मत्तिया १९९ श्री भंवरलारुजी नाहटा २०० समाज सदा इनका ऋणी रहेगा २०१ सि० इ० वि० श्री अगरचन्द नाहटा 4 ष ॥ १५ पारसकुमार सेठिया भवरलाल नाहटा विजयशकर श्रीवास्तव গললকাভ অহ सकरार भवरलालजी कोठारी साध्वी चन्द्रप्रभाश्रीजी भवरलालजी नाहटा अध्यात्मयोगी मुनि श्री महेन्द्रकुमार प्रथ श्री यशपाल जेन श्रीमत्ती गुणसुन्दरी बाठिया




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