दिगम्बरत्व की खोज | Digambratva Ki Khoj

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Digambratva Ki Khoj by रमेशचन्द जैन -Rameshchand Jain

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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गृद्धपिच्छाचार्य ३३१. आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तचक्रवर्ती ३४७ आचार्य समन्तभद्र ३३२ माधवचन्द्र त्रैविद्य ३४८ सिद्धसेन ३३४. इन्द्रनन्दी ३४८ श्रीदत्त ३३४ कनकनन्दी ३४८ यशोभद्र ३३५ अभयनन्दी ३४८ आचार्य पूज्यपाद ३३७ अजितसेन ३४८ पात्रकेसरी ३३८ वीरनन्दी ३४८ सुमति ३३७ आचार्य नरेन्द्र सेन ३४६ जोइन्दु ३३७ वीदाभीसिह सूरि ३४६ विमलसूरि ३३८५. पद्मनन्दी ३५० रविषेण ३३६ शकटायन पल्यकीर्तिं ३५० जटासिहनन्दी ३४० महावीराचारय ३५१ काणभिक्षु ३४१ मानुतुगसूरि ३५१ भट्टाकलक ३४१ महासेनाचार्य ३५१ वजसूरि ३४१ हरिषेण ३५२ महासेन ३४१ सोमदेवसूरी ३५२ शन्त ३४२ पदमप्रभ मलधारी देव ३५३ कुमारसेन गुरु ३४१ शुभचद्र ३५३ आचार्य वीरसेन ३४१ मनि रामसेन ३५४ जिनसेन प्रथम ३४२ माइल्लधवल ३५४ श्रीपाल ३४२ नेमिचन्द्र सिद्धान्तिदेव ३५४ जयसेन ३६२ अनन्त कीर्ति ३५५ कवि परमेश्वर ३६२ मल्लिषेण ३५५ जिनसेन द्वितीय ३४२ इन्द्रनन्दि ३५५ विद्यानन्द ३४३ जिनचद्रचार्य ३५५ अनन्तवीर्यं ३६४ श्रीधरसेन ३५६ अनन्तकीत्रि ३४४ अन्य आचार्य ३५६ आचार्य माणिक्यनन्दि ३४५ आचार्यं ज्ञानासागर ३५७ प्रभाचन्द्र ३४५ दिगम्बर प्रतिमाओं के निर्माण वादिराज ३४५ की परम्परा ३६२ गुणभद्र ३४६ दिगम्बरत्व कं विषय मे देवसेन ३४६ नाथूराम प्रेमी का लेख 3६७ अमितगति प्रथम ३६६ दिगम्बरत्व के विषय मे आधुनिक अमितगति ह्वितीय ३४६ विद्वानों की सम्मतिया ३७६ अमृतचन्द्रसूरि ३४६ प्रयुक्त पत्र-पत्रिकाए एवं स्मारिकाएं ३८० आचार्य जयसेन (प्रथम) ३४७. प्रयुक्त गंन्थ सूची ३८१ आचार्य जयसेन द्वितीय) ३४७ [60615006512 13310 389




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