सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय भाग 43 | Sampurna Gandhi Vangmay Bhag 43
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
16 MB
कुल पष्ठ :
546
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about मोहनदास करमचंद गांधी - Mohandas Karamchand Gandhi ( Mahatma Gandhi )
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पाठकोंको सुचना
हिन्दीकी जो सामग्री गांधीजी के स्वक्षरोमें मिरी है उसे अविकल रूपमे दिया
गया है। किन्तु दूसरों हारा सम्पादित उनके भाषण अथवा लेख आदियें हिज्जोकी
स्पष्ट भूलोंकी सुधारकर दिया गया है।
अंग्रेजी और गुजरातीसे अनुवाद करनेमें अनुवादको मूलके समीप रखनेका पूरा
प्रयत्न किया गया है, किन्तु साथ ही भाषा सुपाठ्य बनानेका सी पूरा ध्यान रखा
गया है। छापेकी स्पष्ट भूलें सुधारनेके बाद अनुवाद किया गया है । भौर मूलम प्रयुक्त
शब्दोके संक्षिप्त रूप यथासम्भव पूरे करके दिये गये है। तामोंको सामान्य उच्चारणके
अनुसार ही लिखनेकी नीतिका पान किया गया है। जित नामोके उच्चारणमें संशय
था उनको वैसा ही लिखा गया है जैसा गाघीजी ने अपने गुजराती लेखोमें लिखा है।
मूल सामग्रीके वीच चौकोर कोष्ठकोंमें दी गईं सामग्री सम्पादकीय है। गांधीजी ने
किसी छेख, भाषण आदिका जो अंश मुह रूपमें उद्धृत किया है, वह हाशिया छोड़कर
गहरी स्याहीमें छापा गया है, छेकिन यदि कोई ऐसा अश उन्होंने अवूदित करके दिया है
तो उसका हिन्दी अनुवाद हाशिया छोड़कर साधारण टाइपमें छापा गया है। भाषणकी
परोक्ष रिपोर्ट तथा वे शब्द जो गाधीजी के कहे हुए नही है, बिना हाशिया छोडें गहरी
स्याहीमे छापे गये ह । माषणो भौर टकी रिपोटेकि उन अश्चोमें जो गाधीजी के नहीं
है, कुछ परिवर्तेत किया गया है और कहो-कही कुछ छोड़ भी दिया गया है ।
शीर्षककी लेखन-तिथि जहाँ उपलब्ध है वहाँ दायें कोनेमें ऊपर दे दी गई है।
परन्तु जहाँ वह उपलब्ध नहीं है वहाँ उसकी पूर्ति अनुमानसे चौकोर कोष्ठकोमें की
गई है, और आवश्यक होनेपर उसका कारण स्पष्ट कर दिया गया है। जिन पत्रमे
केवल मास या वर्षका उल्लेख है उन्हें आवश्यकतानुसार मास या वर्षके अन्तर्मे रखा
गया है। श्ीर्षकके अन्तर साधन-सूत्रके साथ दी गई तिथि प्रकाशनकी है। गांधीजी की
सम्पादकीय टिप्पणियाँ और लेख, जह उनकी लेखन-तिथि उपलब्ध है अथवा जहाँ
किसी दृढ़ आधारपर उसका अनुमान किया जा सका है, वहाँ लेखन-तिथिके अनुसार
और जहाँ ऐसा सम्भव नहीं हुआ वहाँ उनकी प्रकाशन-तिथिके अनुसार दिये गये है।
साधन-सूत्रोंमें 'एस० एन०* सकेत साबरमती सम्रहालूय, अहमदाबादमें उपलब्ध
सामग्रीका, 'जी० एन० ' गांधी स्मारक निधि और सग्रहालय, नई दिल्लीमें उपलन्ध
कागज-पत्रोंका, 'सी० डब्ल्यू० ` सम्पूणं गाधी वाद्मय (कलेक्टेड वक्सं भांफ महात्मा
गाधी) द्वारा संगृहीतं पत्रोका भौर एस० जी०* सेवाभ्राममें सुरक्षित सामग्रीका
सूचक है ।
सामग्रीकी पृष्ठभूमि देनेके लिए मूछसे सम्बद्ध कुछ परिशिष्ट भी दिये गये है। अन्तमें
साधन-सुत्नोकी सूची और इस खण्डसे सम्बन्धित काछकी तारीखवार घटनाएँ दी गई हूँ ।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...