पद्म - वन | Padm - Van
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
84
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)जाल साहब ने कहा--श्यापका कहना सक्ष्या उचित
कर्पना-द्ारा कम सेकम उद्रपुततिं की संभाषना नहीं
लिए सब से भाषश्यक यही है । वख्णौ जी, श्राप
ই তী কহ হি गै देर है। अगर अधिक देर হী
तो कल्पना का आश्रय लेकर हम लेग छुथा के ऊँछ देर और
रोक रकक््खें।
ला
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