गीता भाषा | Geeta Bhasha
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
13 MB
कुल पष्ठ :
464
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अजुन २भीम १यह तीन पुत्र ओर रानी मा-
द्री के नकुल १सहदेव२ दो पुच्र उत्पल्न हुये
जो पांच पाणडव नाम से जगत में प्रसिद्ध हु
ये। धृतराष्ट्र के दुर्योधनादि एक सो पुत्र थे
परन्तु धृतराष्ट् के जन्मान्ध होने के कारण
बड़ा पुर दुर्योधन दी राज कार्य करता था ।
परस्पर वेमनस्य फैलनेसे राज्यहेतु युधिष्ठि
रादि पाचों पाण्डवे और दुर्योधनादि सी
User Reviews
No Reviews | Add Yours...