मानव धर्म प्रथम भाग | Manav Dharm Pratham Bhaag

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Manav Dharm Pratham Bhaag  by महेंद्र सेन - Mahendra Sen

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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भारत ये धमं के आदि प्रवर्तक ऋषभ देव अयोध्या के राजा नाभिराय के पुत्र थे । उनकी माता का नाम मरुदेवी था। जिस समय उनका जन्म हुआ उस समय तक संसार में कल्पवक्ष होते थे । आदमी की हर आवश्यकता को कल्पवृक्ष पूरी करते थे । परल्तु भगवान ऋषभ देव के जन्म के कुछ दिन बाद ही कल्पवृक्ष सूखने लगे । तब जनता को यह्‌ चिन्ता हुई कि भ्रव भोजन, पानी, वस्त्र, इत्यादि कंसे मिलेगा । जनता को दुखी देख कर भगवान ऋषभ देव ने उन को भोजन के लिए खेती करके श्रनाज पैदा करना सिखाया। शत्रु से अपनी रक्षा करने के लिए अस्त्र- शस्त्र चलाना सिखाया । जिस से जनता बुद्धिमान बने, कर षर




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