टूरिज्म डेवलपमेंट प्लानिंग ईन बुंदेलखण्ड | Tourism Development Planning In Bundelkhand
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
177 MB
कुल पष्ठ :
203
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अ्स्त/वना
पर्यटन स्थानों का या तो अभाव है अथवा मात्र क्षेत्र का नामोल्लेख कर इतिश्री कर दी गई है|
इस परिप्रेक्ष्य में बुन्देलखण्ड का नाम भी अछता सा है। केवल ऐतिहासिक एवं राजनीतिक रूप
से अति संक्षिप्त चर्चा की गई है। बुन्देलखण्ड के अन्तर्गत विभिन्न पर्यटन स्थलों की सामान्यतः
उपेक्षा ही परिलक्षित होती है। इन छूटे हुये पर्यटन स्थलों में एक नाम कालिंजर भी है जिस पर
पर्यटन की दृष्टि से कोई कार्य नियोजित ढंग से नहीं किया गया है।
कालिंजर कं सम्बन्ध में विभिन्न दिद्वानों द्वारा प्रस्तुत विचारों को यहाँ समेकित करने का
प्रयास किया गया है। इण्डियन एण्टीक्वेरी में कालिंजर का प्रारम्भिक परिचय व उसकी भौगोलिक
संरचना का वर्णन किया गया है। कनिंघम ने कालिंजर के सन्दर्भ में अपना विचार प्रस्तुत करते
हए इस क्षेत्र की पहचान चीनी यात्री ह्वेनसांग के वर्णन के आधार पर की है तथा इस क्षेत्र को
चित्रकूट से सम्बन्धित माना है। पॉजिटर (1962) ने यहां की भौगोलिक स्थिति के अलावा अन्य
स्थलों से इसकी दूरी तय की है। प्रसिद्ध अरब विद्वान अलबरूनी ने अपने यात्रा वर्णन मे
कालिंजर का सविस्तार वर्णन किया है। प्रसिद्ध यात्री इब्नबतूता ने भी इस स्थल का अपने यात्रा
वृत्तान्तों में जिक्र किया है। . ।
विल्सन ने अपने अध्ययन मे कालिंजर पहाड़ी का जिक्र किया हे, जहौँ साघक एकत्रित
होते थे और भक्तिपूर्ण साधनायें की जाती थी। पॉगसन (1974) ने विल्सन के विचार से.
असहमति व्यक्त करते हुये टॉलमी द्वारा वर्णित तमसिस का तादात्म कालिंजर गिरि से स्थापित
किया हे। पयूहरर ने भी इस स्थल का विस्तृत वर्णन किया हे तथा कालिंजर क्षेत्र में जनों तथा
बौद्धो से सम्बन्धित स्थलों का भी उल्लेख किया हे | त्रिवेदी (1984) ने कालिंजर के महत्व पर ¦ “
प्रकाश डालते हुये बताया कि इस क्षेत्र का ऐतिहासिक सर्वेक्षण सर्वप्रथम काकवर्न ने কিতা!
इन्होंने यहाँ के गुफा चित्रों की खोज की जिसमें से कुछ गुफा चित्र कालिंजर तथा फतेहगंज में...
मिले हैं। तिवारी (विक्रम संम्वत् 1990) ने कालिंजर का महत्वांकन करते हुये ब्रिटिश शासनकाल.
के पश्चात् इस क्षेत्र की स्थिति का सविस्तार वर्णन किया है।
अग्रवाल (1987) ने कालिंजर की महत्ता तथा सिंह (1929) ने वृद्धक क्षेत्र सरोवर में स्नान...
करने से कुष्ठ रोग से मुक्ति प्राप्त होने की चर्चा की है। सुल्लेरे (1987) ने अपने ऐतिहासिक
अध्ययन मेँ कालिंजर को प्राचीनतम स्थल के रूप में स्वीकार किया है। इसके अतिरिक्त र्बोदा
गजेटियर र में भी कालिंजर दुर्ग तथा वहाँ के विभिन्न दर्शनीय स्थलों का वर्णन किया गया है। ৮
राधाकृष्ण बुन्देली (1989-92) ने जनता एवं प्रशासन के सहयोग से कालिंजर पर एक वीडियो ছি
फिल्म बनायी जिसमे कालिंजर के इतिहास, लोक संस्कृति तथा परम्पराओं को नवीन दृष्टिकोण
से व्यक्त किया गया है । प्रसिद्ध कवि कृष्णदास ने निम्नांकित पंक्तियों मे कालिंजर क्षेत्र का
কিমা: |
्ेत्रकावर्णन |
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