बुलन्द शहर एवं खुरजा तहसीलों की बोलियों का सैकालिक अध्ययन | Buland Shahar Avam Khurja Tahsilo Ki Boliyon Ka Sakalik Adhyyan

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : बुलन्द शहर एवं खुरजा तहसीलों की बोलियों का सैकालिक अध्ययन  - Buland Shahar Avam Khurja Tahsilo Ki Boliyon Ka Sakalik Adhyyan

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about महावीरसरन जैन - Mahavir Saran Jain

Add Infomation AboutMahavir Saran Jain

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
পা © পা २.०३ २.१ २.११ २.१११ २ ११२ २.११३ २.१२ २.१२१ २.१२२ २.१२३ २ ~र 0 अन 2 न १? २ ন্‌ २१ २६ ३१११ २,३२१२ २.३२२ २ ३२२१ २.३२२१९१ २.३२२१२ २.३२२१३ २.२३२२९१४ २, १९२९५ ~त ~€ পাঠ পিউ পা ~< পি * ই रे - रे * ই * ই न ९१ ९1 ০09 १ পিঠ ~+ পাও ~र) কু ६4 + ^} 21 न <^ পাঠ লহ २4 जे की ०६ ६ ह हा 41 পা „२4 ০ ০ ~~ ९ ~ अक्षर स्वरूप शब्द एवं अक्षर-संरचना स्वर संयोग स्वर संयोगो का समान सचा प्राथमिक स्थिति में स्वर संयोग माध्यमिक स्थिति में स्वर-संयोग अन्तिम स्थिति में स्वर संयोग वेरिष्ट्य लक्षण प्राथमिक स्थिति मे स्वर-संयोग माध्यमिक स्थिति मे स्वर-संयोग अन्तिम स्थिति में स्वर संयोग संध्यक्षर व्यजन गच्छ विवृति पश्चात्‌ स्वर पूर्व व्यंजन गुच्छ समान साँचा वैशिष्ट्य लक्षण द्विस्वरान्तगंत व्यंजन गुच्छ स्वर्गीय व्यंजन गुच्छ समान सचा वैशिष्ट्य लक्षण भिन्नवर्गीय व्यंजन गच्छ समान साचा स्पशें व्यंजन ध्वनिग्राम व्यंजन ध्वनिग्राम संघर्षी व्यजन ध्वनिग्राम-+-व्यंजन ध्वनिग्राम नासिक्य व्यंजन ध्वनिग्राम --व्यंजन ध्वनिग्राम पाश्विक व्यंजन ध्वनिग्राम-|-व्यंजन ध्वनिग्राम लंठित व्यंजन ध्वनिग्राम+व्यंजन ध्वनिग्राम वेशिष्ट्य लक्षण स्पर्शव्यंजन घ्वनिग्राम--स्पर्श व्यंजन ध्वनिग्राम संघर्षी व्यंजन ध्वनिग्राम -- व्यंजन ध्वनिग्राम नासिक्य व्यंजन ध्वनिग्राम +स्परश्श व्यंजन घ्वनिग्राम पाश्विक व्यंजन ब्वनिग्राम-| स्पर्श व्यंजन ध्वनिग्नाम




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now